Taj Of Tata Jamsetji 185th Birth Anniversary: टाटा ग्रुप के जनक जमशेदजी टाटा की आज 185वीं बर्थ एनिवर्सरी है. इस मौके पर जानिए किस तरह जमशेदजी टाटा ने 21 हजार रुपये से कंपनी को बुलंदियों तक पहुंचाया.
Jamsetji Nusserwanji Tata, founder of the Tata Group, opened the Taj Mahal Palace, a hotel in Mumbai (formerly called Bombay) overlooking the Arabian Sea, on 16 December 1903. It was the first Taj property and the first Taj hotel.
Who is the owner of Taj Hotel chain?
Incorporated by the founder of the Tata group, Jamsetji Tata, the Company opened its first hotel – The Taj Mahal Palace, in Bombay in 1903. IHCL has a portfolio of 263 hotels including 75 under development globally across 4 continents, 12 countries and in over 100 location
जमशेदजी टाटा ने 1868 में व्यवसाय की स्थापना की, अन्य क्षेत्रों में शाखा लगाने से पहले एक वाणिज्य फर्म के रूप में शुरुआत की। 1907 में भारत का पहला एकीकृत इस्पात संयंत्र, टाटा स्टील बनाया गया। 1945 में टाटा मोटर्स की स्थापना की (जिसे पहले टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव कंपनी लिमिटेड के नाम से जाना जाता था)।
यह हमें बताता है कि शायद जमशेदजी टाटा की ताज बनाने की प्रबल इच्छा का एकमात्र प्रशंसनीय कारण क्या है – अपने गृह नगर, मुंबई के लिए उनका प्यार, और उनका विश्वास कि आगंतुकों को आकर्षित करने और शहर के आगे विकास के लिए एक बहुत अच्छा होटल आवश्यक था।
Jamsetji Tata 185th Birth Anniversary: टाटा इंडस्ट्री का नाम आज देश ही नहीं, बल्कि दुनिया में जाना जाता है. टाटा कंपनी के प्रोडक्ट आज घर-घर में मौजूद हैं. नमक से लेकर कार तक आज टाटा ग्रुप हर उम्र के लोगों के बीच मौजूद है. इस कंपनी को एक बड़ा एंपायर बनाने में टाटा ग्रुप के जनक जमशेदजी टाटा का योगदान है. मात्र 21 हजार रुपये से जमशेदजी टाटा ने इस कंपनी की नींव रखी और आज ये कंपनी लाखों-करोड़ों का कारोबार कर रही है.
Tata Jamsetji ट्रेडिंग कंपनी से की शुरुआत
जमशेदजी टाटा ने 29 साल की उम्र में मात्र 21,000 रुपये के साथ एक ट्रेडिंग कंपनी की शुरुआत की. उस समय शुरू हुई ये कंपनी आज के टाटा ग्रुप का इतिहास है. साल 1874 में जमशेदजी टाटा ने बिजनेस की दुनिया में एक बड़ा कदम उठाया. उन्होंने टेक्सटाइल मिल की शुरुआत की. लेकिन जमशेदजी टाटा ने ये मिल इंडस्ट्री के हब माने जाने वाले मुंबई में न शुरू करके अपनी कंपनी की शुरुआत नागपुर से की.
कर्मचारियों के कल्याण पर दिया ध्यान
जमशेदजी टाटा ने एक ऐसा कदम उठाया, जो आज के समय में भी टाटा ग्रुप की पहचान बना हुआ है. जमशेदजी टाटा ने साल 1886 में अपनी एम्प्रेस मिल के कर्मचारियों को भत्ते देने शुरू कर दिए. इसके जरिए जमशेदजी ने एम्प्लॉइ वेलफेयर की नींव रख दी. आज भी टाटा ग्रुप को अपने एम्प्लॉइ का ध्यान रखने के लिए जाना जाता है.
शिक्षा से ले होटल बनाने तक रहा योगदान
जमशेदजी टाटा ने JN Tata Endowment Fund के जरिए विद्यार्थियों की मदद की. जो विद्यार्थी आगे की पढ़ाई के लिए विदेश जाना चाहते थे, उनके सपनों को पंख जमशेदजी टाटा ने दिए. वहीं साल 1903 में जमशेदजी टाटा ने एक होटल भी खोला, ये होटल आज भी देश के सबसे बड़े होटलों में से एक है. इस होटल का नाम है- द ताज होटल. जमशेदजी टाटा ने अपनी आखिरी सांस तक टाटा ग्रुप को एक बड़ा नाम बना दिया.
आज के समय में टाटा ग्रुप दुनियाभर में अपने प्रोडक्ट चला रहा है. साथ ही वेलफेयर के कामों में भी टाटा ग्रुप का नाम शामिल रहता है. TCS, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, टाटा कम्युनिकेशन जैसी कंपनियां दुनियाभर में भारत देश का नाम रोशन कर रही हैं.
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